Ujjain Rape Case: उज्जैन में 12 साल की एक बच्ची के साथ दरिदंगी की ये शर्मनाक घटना ने इन्शान जाती को सोचने पर मजबूर कर दिया है की इन्शानियत अभी जिन्दा है की नहीं । सबसे ज्यादा दुख और आश्चर्य इस बात है कि इस घटना के बाद बच्ची 8 किलोमीटर तक पैदल चलकर लोगों से मदद मांगती रही लेकिन भी सामने नहीं आया।
कितने बुजदिल हो गए हैं। हम कितने बेशर्म हैं। हमारे दिलों में इंसानियत मर गई है। Ujjain की वो बच्ची वहशियों की दरिंदगी के बाद मदद के लिए दर-दर भटक रही थी।

भारत की पवित्र नगरी कहे जाने वाली Ujjain में क्या कसूर था इस बच्ची का जो जानवरो से भी बतर सलूक किया गया इसके साथ दिन के उजाले में खून से लथपथ बच्ची की चीखों पर जब तुम्हारे दिल से आवाज नहीं निकली तो धिक्कार है हम सभी के इंसान होने पर। धिक्कार है! और अगर अब लोगो की आवाज नहीं खुली तो दिक्कार है हमें अपने आप पे
Ujjain के लोगो उठो
ये 12 साल की बच्ची के साथ नहीं बल्कि हमरी देश की बेटी पर हुवा है कहा है मंत्री और कहा है इनका कानून क्या बीएस यही देखना रहे गया था वहशियों ने दरिदों ने उसकी जो हालत की है, उसे सुनकर खून खौल रहा है। अरे ओ उज्जैनवालो कहां मर गई थी तुम्हारी इंसानियत! उस अर्धनग्न बच्ची को कपड़ो तो पहना देते। क्या होगया है भारत के लोगो को इन्शानियत ने दम तोडा दिया है हमें लगता है की हम शरीफ अपने लिए जिए रहे है
महाकाल की धर्मनगरी अधर्म
महाकाल की नगरी उज्जैन में इस अधर्म को देख ईश्वर की आंखों में भी आंसू आ गए होंगे। आखिर इस 12 साल की बच्ची का क्या दोष था? कही गुमने या खेलने गयी होगी , किसी दोस्त से मिलने गई होगी। उन वहशी दरिंदो ने इस नाबालिग के साथ जो हरकत की है, उसकी सजा तो केवल मौत हो सकती है। लेकिन इस सबसे पहले उन गलियों और मोहल्ले में रहने वाले उन लोगों का क्या? जिनके दिल में इंसानित मर गई थी। उन गलियों में पानी से बच्ची के जिस्म से निकले खून तो धो देंगे पर उस बच्ची और इन्शानियत पर लगा दाग धो पायेगे

प्रयागराज की है बच्ची
SP सचिन शर्मा ने बताया कि बच्ची कहां कि अब तक क्लियर नहीं हुआ है, लेकिन बोलचाल से प्रयागराज की होने की संभावना है. बच्ची की हालत गंभीर थी, जिसे पुलिसकर्मियों ने खून भी दिया. बच्ची के घरवालों की अब तक पहचान नहीं हुई है. इस पूरे मामले की जांच में साइबर और क्राइम पुलिस जुटी हुई हैं.
8 किलोमीटर नंगे पैर पैदल घूमती रही!
अरे इससे बड़ा अपराध नहीं हो सकता। कई बार लावारिस लाश पर हम अपने कपड़े डाल देते हैं। ये तो जिंदा बच्ची थी। एक कपड़ा तो उसके बदन पर डाल देते। सीसीटीवी फुटेज में दर-दर भटकती की उस बच्ची को देख किसी की भी आंखें भर आएंगी। लेकिन उज्जैन के लोगों का दिल पातर से भी बतर होगया है । अंत तक किसी ने भी उस बच्ची की मदद नहीं की। मदद मांगते-मांगते थककर वह बच्ची बेहोश होकर बंदानगर में सड़क पर गिर गई।
CCTV फुटेज में कई जगह दिखाई दी, ऑटो ड्राइवर हिरासत में
पुलिस ने जब CCTV फुटेज खंगाले तो उसमें एक ऑटो रिक्शा हाटकेश्वर मार्ग पर दिखाई दिया है, जिसमें एक व्यक्ति भी पीड़ित के साथ दिख रहा है। फुटेज की मदद से पुलिस ने मंगलवार रात को ऑटोवाले को खोज निकाला। हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस को ऑटो से खून के धब्बे मिले हैं। पुलिस अब बच्ची के ब्लड सैंपल लेकर मिलान करेगी। ऑटो ड्राइवर के मोबाइल में कई पोर्न वीडियो भी मिले हैं।
Ujjain में दरिंदो की गिरफ़्तारी
। 12 साल की लड़की। रेप और खून से लथपथ। मदद मांग रही थी। Ujjain के स्थानीय लोगों ने उसकी मदद नहीं की। हे राम। आखिर ये समाज क्या मुंह दिखाएगा। इस बेटी के साथ वहशीपना करने वाला दरिंदा दो गिरफ्तार हो गया है पर उज्जैन पर लगा ये ढाबा तो नहीं मिटेगा और उज्जैन के लोगो के लिए जे सराप होगा की उनकी बहन के साथ ये बतर सलूक हुवा है और ये दरिंदे जो उज्जैन का नाम खरब किया है उनने तो मौत की सजह भी काम पड़ेगी

प्रियंका गाधी ट्वीट Ujjain Case
प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘भगवान महाकाल की नगरी Ujjain में एक छोटी बच्ची के साथ हुई बर्बरता आत्मा को झकझोर देने वाली है. अत्याचार के बाद वह ढाई घंटे तक दर-दर मदद के लिए भटकती रही और फिर बेहोश होकर सड़क पर गिर गई लेकिन मदद नहीं मिल सकी. ये है मध्य प्रदेश की कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा? भाजपा के 20 साल के कुशासन तंत्र में बच्चियां, महिलाएं, आदिवासी, दलित कोई सुरक्षित नहीं हैं. लाडली बहना के नाम पर चुनावी घोषणाएं करने का क्या फायदा है अगर बच्चियों को सुरक्षा और मदद तक नहीं मिल सकती?’
पूर्व सीएम कमलनाथ ने Ujjain केस
- पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट किया, ‘Ujjain में एक छोटी बच्ची के साथ अत्यंत क्रूरतापूर्ण दुराचार का मामला देखकर रूह कांप जाती है. 12 साल की बेटी के साथ जिस तरह का दुष्कृत्य हुआ और जिस तरह से वह अर्धनग्न अवस्था में शहर के कई इलाकों में भागती रही और फिर बेहोश होकर सड़क पर गिर गई, उससे मानवता शर्मसार हो जाती है.
- ऐसी जघन्य घटना प्रशासन और समाज के माथे पर कलंक है. मैं मुख्यमंत्री से जानना चाहता हूं कि क्या आप सिर्फ चुनाव ही लड़ते रहेंगे और झूठी घोषणाएं ही करते रहेंगे? क्या आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बनी बेटियों की तस्वीरों से पूरे मध्य प्रदेश के होर्डिंग भर देंगे, लेकिन मासूम बेटियों की सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं देंगे? जिस बेटी के साथ यह दरिंदगी हुई क्या वह लाडली लक्ष्मी और लाडली बहना नहीं है?
- मुख्यमंत्री जी Ujjain में पहले भी दो छोटी बच्चियों के साथ क्रूरतापूर्ण दुष्कृत्य हुआ था. प्रदेश में ऐसी क्रूर घटनाओं की पुरावृत्ति बताती है कि मध्य प्रदेश में कानून का राज समाप्त हो चुका है. मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री के होते हुए भी मुख्यमंत्री विहीन हो चुका है। अपराधी निरंकुश है और जनता परेशान है. मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए और पीड़िता को समुचित उपचार के साथ ही एक करोचट रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए
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